Skip to main content

हमारे पास कितना समय है?

                     विधातविधाता ने किसी को ज्यादा सुंदरता दी है, तो किसी को कम, किसी को ज्यादा बध्दीमानी तो किसी को कम, किसी को धनवान बनाया तो किसी को गरीब बनाया । लेकिन समय सबके लिए बराबर हैं ।दिन में 24 घंटे ।समय  एकमात्र ऐसी चिज हैं जिसे हम नाही बैंक मैं जमा कर सकते है। नाही किसी को दे सकते हो। समय लगातार हाथ से फिसलती रहती है। आपके पास बस इतना रहता है की, आप इस समय का कैसा उपयोग करते हैं अगर आप समय का सदउपयोग करते हैं, तो आपको अच्छे परिणाम मिलेगे अगर आप समय का दुरुपयोग करेंगे तो आपको बुरे परीनाम मिलेंगे।
                      यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है कि हमारे पास कहने के लिए तो 24 घंटे होते हैं। मगर वास्तव में इतना समय हमारे पास नहीं होता है। सच तो यह है कि, समय के बढ़े हिस्से पर हमारा कोही नियंञन नही होता है । 8 घंटे निद  में चले जाते है, 3 घंटे खाने , पिने और मोबाइल देखने में चले जाते है । बाकी 13 पर आपका पुरा नियंञन होता है।दुसरे  शब्दो में कहे की 44 प्रतिशत समय हमारे नियंञन से बाहर तो 56 प्रतिशत पर हमारा नियंञन होता हैं 
                                   समय  अनमोल है क्योंकि वास्तव में समय हि संसार की ,एकमात्र ऐसी चिज हैं जो सिमीत हैं  अगर आप दैलत गँवा देते  हैं , तो दोबारा कमा सकते हैं  ,घर गँवा देते दोबारा पा सकते हो।अगर समय गवा देते हो आपको वही समय दोबारा नहीं मिल सकता है। हमारे पास जिवन मैं बहुत कम समय बचा है । और वह समय सिमीत हैं यदि आप अपनी  आयु सौ वर्ष मानसिक ले तो हमारे पास जिवन मैं कुल 36500 दिन होते हैं । इसी समय का हिसब लगाकर देखे की इन 36500 दिनौ में से आपके पास कितने दिन बचे है फारमुला के अनुसार समझैगू
             कुल दिन                 36500
      गुजर चुके दिन                -________
      (आपकी उम्र×365)
      शेष बचे दिन                    _________


Comments

Popular posts from this blog

विचार और चरित्र

 कामोद्दीपक, "जैसा कि एक आदमी अपने दिल में सोचता है, वह वह है," न केवल एक आदमी के पूरे होने को गले लगाता है, बल्कि इतना व्यापक है कि वह अपने जीवन की हर स्थिति और परिस्थिति तक पहुंच सकता है। एक आदमी का शाब्दिक अर्थ है कि वह क्या सोचता है, उसका चरित्र उसके सभी विचारों का पूर्ण रूप है                   जै सा कि पौधे से झरने लगते हैं, और बादल के बिना, बीज के नहीं ऊगते हैं, इसलिए मनुष्य का प्रत्येक कार्य विचार के छिपे हुए बीज से झरता है, और बादल उनके बिना दिखाई नहीं देते हैं। यह "सहज" और "अंप्री" नामक उन कृत्यों पर समान रूप से लागू होता है           अ धिनियम विचार का खिलना है, और आनंद और दुख इसके फल हैं; इस प्रकार एक आदमी अपने स्वयं के प्रती के मीठे और कड़वे फल को प्राप्त करता है।                                           "मन में विचार ने हमें बनाया,                  ...

TIME VALU

                अब आप में से कुछ कह सकते हैं कि "अरे, धन का कोई सरल तरीका नहीं है" लेकिन मैं असहमत हूं और आपको बताऊंगा कि क्यों। सबसे पहले मैं आपको "द सीक्रेट" नामक फिल्म देखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहूंगा। यह वास्तव में एक आंख खोलने का अनुभव है और जो मैं आपको यहां बताने जा रहा हूं, वह इसका एक छोटा सा हिस्सा है। फिल्म में विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है लेकिन कथानक को बहुत ही सरल शब्दों में कहा जा सकता है। विचार ही चीज़ें बन जाते हैं                  इसका मतलब यह है कि आप जिस पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं वह आपके लिए सच हो जाएगा। आपके लिए भविष्य को अग्रिम रूप से देखना महत्वपूर्ण है। इसे ऐसा महसूस करें कि यह पहले ही हो चुका है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह करना आसान है लेकिन अगर आप इसे पूरा करने का प्रबंधन कर सकते हैं तो परिणाम बिल्कुल अभूतपूर्व होगा। यदि आप बहुतायत चाहते हैं और आप बहुतायत देखते हैं तो यह स्पष्ट रूप से आपके रास्ते में आता है तो यह बहुतायत है जो आपको मिलेगा।       ...

अपने प्राइम टाईम मैं काम करें

                           टेलीविजन पर प्राइम टाइम में- यानी रात आठ बजे तक- विज्ञापन की कि मत सबसे ज्यादा होती है । विज्ञापन  उतने समय का कारन सिर्फ यह होता है की वह विज्ञापन प्राइम टाइम में प्रसारित किया जाता है,  जिसमें इसे ज्यादा दर्शकों द्वारा देखा गया है ।                          टेलिविजन के प्राइम टाइम की असाधारणा से हम यह सीख सकते हैं कि हमारे आपके लिए भी दिन के चौबीसों घंटे एक से नहीं होते । दिन के किसी खास समय आपकी ऊर्जा विचार _शक्ति,  उत्साह और कार्यक्षमता बाकी समय की तुलना में अधिक होती है । यही आपका प्राइम टाइम है । ज्यादातर लोगों के लिए सुबह का का समय प्राइम टाइम होता ,जब वै बड़े बड़े काम चुटकियों में कर सकते हैं । परंतु ध्यान रहे,  हर व्यक्ति का प्राइम टाइम अलग अलग होता हैं । कई लोगों के लिए रात का समय प्राइम टाइम हो सकता हैं और कइयों के लिए दोपहर का । आपका टाइम चाहे सुबह का  हो या रात का, महत्वपूर्ण बा...